Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

ब्रेकिंग :

latest

शरद पूर्णिमा का पौराणिक एवं धार्मिक महत्व है : घनश्याम देवांगन

  छत्तीसगढ़ कौशल न्युज  भिलाई:- देवांगन जन कल्याण समिति के तत्वावधान में शरद पूर्णिमा के अवसर पर 'सुरमई गीत संगीत संध्या' का खूबसूर...

 

छत्तीसगढ़ कौशल न्युज 

भिलाई:- देवांगन जन कल्याण समिति के तत्वावधान में शरद पूर्णिमा के अवसर पर 'सुरमई गीत संगीत संध्या' का खूबसूरत सांस्कृतिक आयोजन परमेश्वरी मंदिर प्रांगण प्रगति नगर रिसाली भिलाई में संपन्न हुआ। देवांगन समाज के 12 गायक गायिकाओं ने 'चांद' और चांदनी पर केन्द्रित खूबसूरत गीत गाकर समां बांधा। जिसका दर्शकों ने देर रात तक आनंद लिया। इस बीच शरद पूर्णिमा का पवित्र खीर का वितरण भी उपस्थित लोगों के बीच किया गया।

       अपने संबोधन में देवांगन जन कल्याण समिति के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन ने समाज की प्रतिभाओं की सराहना करते हुए सभी गायक गायिकाओं को बेहतरीन प्रस्तुति हेतु बधाई दी। उन्होंने शरद पूर्णिमा के धार्मिक एवं पौराणिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। शरद पूर्णिमा भक्ति, आरोग्य, समृद्धि एवं प्रेम का प्रतीक पर्व है। शरद पूर्णिमा का महत्व माता लक्ष्मी के अवतरण, भगवान श्रीकृष्ण की महारास लीला, 16 कलाओं से परिपूर्ण चंद्रमा द्वारा अमृतवर्षा तथा ऋतु परिवर्तन से जुड़ा हुआ है। 

       प्रस्तुत गीत-संगीत के कार्यक्रम में गायक रामगोपाल देवांगन, कन्हैयालाल देवांगन, राजू देवांगन, गजेन्द्र देवांगन, हेम कैलाश देवांगन, जुगल किशोर देवांगन, विनोद देवांगन, होमलाल देवांगन तथा गायिका विनीता देवांगन, चंद्रप्रभा देवांगन, सरिता देवांगन, युक्ती देवांगन ने चांद एवं चांदनी पर केन्द्रित एक से बढ़कर एक खूबसूरत गीत प्रस्तुत किया। प्रस्तुत गीतों में चांद मेरा दिल चांदनी हो तुम, चांद सी मेहबूबा हो मेंरी कब, आ जा सनम मधुर चांदनी में हम, तुझे सूरज कहूं या चंदा, चांद को क्या मालूम, चांद से पर्दा कीजिए, चंदा ओ चंदा, आधा है चंद्रमा रात आधी, चांद आहें भरेगा, आओ तुम्हें चांद पे ले जाएं, चांद जैसे मुखड़े पे बिंदिया सितारा जैसे गीतों ने श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। 

     इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष घनश्याम देवांगन, सचिव विनोद देवांगन, कोषाध्यक्ष गजेंद्र देवांगन, हेम कैलाश देवांगन, रामगोपाल देवांगन, राजेन्द्र लिमजे, गोवर्धन देवांगन, श्रवण देवांगन, सत्यपाल देवांगन, राजू देवांगन, दयाराम देवांगन, चैनेश्वर देवांगन, हरिश्चंद्र देवांगन, नरेंद्र देवांगन, पं. शिवनारायण मिश्रा, प्रभा देवांगन, जयश्री देवांगन, दमयंती देवांगन, तुलसी शीला देवांगन, गायत्री देवांगन आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। संचालन रामगोपाल देवांगन एवं आभार प्रदर्शन विनोद देवांगन ने किया। 

No comments