संवाददाता दिग्विजय सिंह भखारा:- सहित अंचल के ग्राम अंवरी, भैसबोड़, कुम्हारी, पुरेना, जोरातराई, कोलियारी, भठेली, सिंगदेही, भेड़सर, सिर्वे...
संवाददाता दिग्विजय सिंह
भखारा:- सहित अंचल के ग्राम अंवरी, भैसबोड़, कुम्हारी, पुरेना, जोरातराई, कोलियारी, भठेली, सिंगदेही, भेड़सर, सिर्वे, सेमरा, सुपेला, सिलघट, बगौद, बंगोली, राखी, खपरी और कुर्रा में रक्षाबंधन पर्व बड़ी धूमधाम और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। भाई की कलाई पर बहनों ने रक्षा सूत्र बांधकर स्नेह और विश्वास का बंधन मजबूत किया।
इस अवसर पर पूर्णिमा साहू और वेनुप्रभा साहू ने बताया कि रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है, जो श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसे श्रावणी, सावनी या सलूनो भी कहा जाता है। इस दिन बहनें भाई के मस्तक पर तिलक लगाकर रक्षासूत्र बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र व सुख-समृद्धि की कामना करती हैं,
वहीं भाई बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का संकल्प लेते हैं।त्योहार पर विभिन्न रूपों की राखियां कच्चे सूत से लेकर रंगीन कलावे और रेशमी धागे तक बाजारों में आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। मिठाइयों और उपहारों के आदान-प्रदान ने पर्व की रौनक बढ़ा दी।रक्षाबंधन पर विनायक साहू, कुलदीप साहू, दिग्विजय सिंह, युगल किशोर साहू, समीर साहू, झानेंद्र साहू, भास्कर साहू, जतीन साहू, विकास साहू, गगनदीप साहू, सिद्धार्थ साहू, हर्षित साहू, युगांत और थलेंद्र ने अपनी बहनों से राखी बंधवाई और सदैव उनकी रक्षा करने का वचन दिया।





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