छत्तीसगढ़ कौशल न्युज अभनपुर:- ग्रेसियस कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, अभनपुर के शिक्षा विभाग एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के संयुक्त तत...
छत्तीसगढ़ कौशल न्युज
अभनपुर:- ग्रेसियस कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, अभनपुर के शिक्षा विभाग एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आभासी कार्यशाला “रिसर्च मेथडोलॉजी” के द्वितीय दिवस का शुभारंभ श्रीमती साधना शर्मा द्वारा मां सरस्वती वंदना के साथ हुआ।कार्यशाला की अध्यक्ष एवं कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रिया तिवारी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि “गुणात्मक अनुसंधान का उद्देश्य मानवीय अनुभवों, विश्वासों, दृष्टिकोणों और व्यवहारों की गहराई को समझना है। यह सामान्य सांख्यिकीय विश्लेषण से आगे बढ़कर अनुसंधान को मानवीय संदर्भों से जोड़ता है।”
द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र की रिसोर्स पर्सन डॉ. गौरी शर्मा, शिक्षा विभाग, अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) रहीं। उन्होंने “गुणात्मक अनुसंधान डिजाइन” विषय पर कहा कि शोध का आधार समाज की वर्तमान समस्याओं और आवश्यकताओं पर होना चाहिए। गुणात्मक अनुसंधान एक ऐसी प्रक्रिया है जो जटिल मानवीय घटनाओं की गहराई को समझने में मदद करती है। इसमें साक्षात्कार, अवलोकन तथा डेटा को कोडिंग के माध्यम से निष्कर्ष निकालना आवश्यक होता है। सत्र के अंत में विद्यार्थियों ने अपने प्रश्न प्रस्तुत किए जिनका समाधान रिसोर्स पर्सन ने विस्तारपूर्वक दिया। यह सत्र अत्यंत प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रहा। संचालन तीरथ कुमार साहू एवं आभार प्रदर्शन डॉ. मुक्ता कौशिक, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री द्वारा किया गया।
दूसरे सत्र में रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर सुजीत कुमार मिश्रा, शिक्षा विभाग, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय), बिलासपुर (छ.ग.) रहे। उन्होंने “बेसिक ऑफ रिसर्च मेथडोलॉजी एंड सिस्टमैटिक लिटरेचर रिव्यू” विषय पर कहा कि शोधार्थियों के लिए तत्वमीमांसा, ज्ञानमीमांसा, शोध नैतिकता एवं मूल्य ज्ञान अत्यंत आवश्यक हैं, क्योंकि किसी भी शोध का उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना होता है।
सत्र का सफल संचालन सुश्री अदिति पांडे, सहायक प्राध्यापक द्वारा किया गया तथा आभार श्री नीरज शर्मा, सहायक प्राध्यापक द्वारा व्यक्त किया गया।इस अवसर पर ऑर्गेनाइजिंग कमेटी की सदस्य डॉ. डिंपल रेड्डी, डॉ. माया सोनकर, श्रीमती साधना शर्मा, श्रीमती मीना साहू, हेमलता साहू, शबा अशरफी सहित अनेक प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। इस प्रकार कार्यशाला का द्वितीय दिवस ज्ञानवर्धक एवं सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।




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